उत्तराखंड- एक देवस्थल
उत्तराखंड में कई धार्मिक स्थान और पूजन स्थल
है जिसके कारण उत्तराखंड को ‘देव भूमि’ या फिर ‘भगवान की भूमि’ भी कहा जाता है। ये भक्ति और तीर्थयात्रा के
लिए सबसे पवित्र और अनुकूल स्थान माना गया है।
उत्तराखंड, उत्तर भारत में
स्थित एक बहुत ही सुंदर और शांत पर्यटन केंद्र है । इस जगह का शुमार देश की कुछ उन
चुनिन्दा जगहों में है जो अपनी सुन्दरता के लिए दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर
आकर्षित करती है। उत्तराखंड को अपने
स्वच्छ वातावरण,
मनमोहक दृश्यों और खूबसूरती के कारण पृथ्वी का स्वर्ग माना जाता है।
उत्तराखंड की स्थापना-
सन 2000 से पहले उत्तराखंड उत्तर प्रदेश का
ही एक हिस्सा ( Part ) था | 9 नवंबर 2000 में देश के सबसे बड़े राज्य से अलग होने के बाद उत्तराखंड अपने
आप में पूर्ण राज्य बन गया।
उत्तर प्रदेश के पश्चिमोत्तर भाग के कई जिलों
और हिमालय पर्वत श्रृंखला के एक छोटे से हिस्से को एकसाथ जोड़कर उत्तराखंड राज्य
का गठन किया गया था। यह राज्य हिमालय की तराई और भाभर की प्राकृतिक सुंदरता के लिए
मशहूर है। तिब्बत का स्वायत्त क्षेत्र राज्य के उत्तर में स्थित है।
इस खूबसूरत राज्य के उत्तर में जहाँ तिब्बत
है वहीँ इसके पूरब में नेपाल देश है। जबकि इसके दक्षिण में उत्तर प्रदेश और उत्तर
पश्चिम में हिमाचल प्रदेश है। इस राज्य का मूल नाम उत्तरांचल था जिसे सन् 2007 में
आधिकारिक रुप से उत्तरांचल से बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया था। राज्य में कुल 13 जिलें हैं जिन्हें
प्रमुख डिवीजनों, कुमाऊं और गढ़वाल के आधार पर बांटा गया है।
देहरादून राज्य की राजधानी है और उत्तराखंड
का सबसे बड़ा शहर भी| उत्तराखंड का हाईकोर्ट नैनीताल में है जो
राज्य का एक और महत्वपूर्ण शहर है। हस्तशिल्प और हथकरघा इस राज्य के दो प्रमुख
उद्योग हैं। यह चिपको आंदोलन की उत्पत्ति के लिए भी मशहूर हैं।
जलवायु
उत्तराखंड राज्य में आप तीन प्रमुख मौसमों का
अनुभव करते है जिनमें गर्मी, मॉनसून और सर्दी शामिल हैं। यहाँ की जलवायु
बहुत यहाँ की भौगोलिक परिस्थितियों पर पूर्ण रूप से निर्भर है। यहाँ जहाँ एक तरफ
विशाल पहाड़ियां हैं वहीँ दूसरी तरफ छोटे प्लेन स्थान भी है । उत्तराखंड की यात्रा
का सबसे अच्छा समय गर्मियों का मौसम है इस समय यहाँ का मौसम बहुत ही अच्छा रहता
है। जंहा प्लेन के इलाकों में गर्मी बहुत पड़ती है उत्तरखंड में इस वक़्त मौसम बहुत
सुहाना होता है|
उत्तराखंड सर्दियों में भी घूमने के लिए बहुत अनुकूल है। सर्दियों में
बर्फ़बारी आकर्षण का केंद्र होती है|
भाषाएँ-
उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा हिन्दी है, लेकिन यंहा विभिन्न छेत्रों में बोली जाने वाली भाषा अलग अलग है। गढ़वाली
और कुमाऊंनी यहाँ ज़्यादातर बोली जाती है।
इसके अलावा,
पहाड़ी बोली भी कुछ क्षेत्रों में लोकप्रिय है। गढ़वाली बोली की उप
श्रेणियों में जौनसारी, सैलानी और मर्ची शामिल हैं। 'कुमाऊं'
व्यापक श्रेणी के तहत, लोकप्रिय उप बोलियाँ हैं - जोहरी, दानपुरिया, अस्कोटी, सिराली, गंगोला,
खास्पर्जिया, फल्दाकोती, पच्चायी, रौचौभैसी, माझ कुमैया, सोरयाली, चौघरख्याली और कुमैया। यहाँ की प्रमुख बोलियां संस्कृत, केंद्रीय पहाड़ी, और सौरसेनी प्राकृत से प्रभावित हैं और ये
भाषाएँ देवनागरी लिपि में लिखी जाती हैं।
उत्तराखंड का इतिहास
उत्तराखंड का इतिहास इसके गौरवपूर्ण अतीत का
गीत गाता है। इसकी उत्पत्ति और विकास का लंबा इतिहास रहा है जिसमें कई महान राजाओं
और सम्राज्यों की झलकियां हैं - जैसे कुशान, कुडिना, कनिष्क,
समुद्रगुप्त, कटुरिया, पलास, चंद्र और पवार। यदि उत्तराखंड के इतिहास के बारे में बात करें तो कहा जा
सकता है कि इसका संदर्भ कई हिंदू पुराणों में मिलता है, लेकिन इसके इतिहास को सबसे अच्छे तरीके से गढ़वाल और कुमाउं के इतिहास के
माध्यम से समझा जा सकता है।
उत्तराखंड के इतिहास को और जानने के लिए
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उत्तराखंड का भूगोल-
उत्तराखंड का कुल भूभाग 53,483 वर्ग किलोमीटर
का है। राज्य का ज्यादातर क्षेत्र पहाड़ों और जंगलों से घिरा है। उत्तराखंड की
विशिष्ट वनस्पतियों और जीव जंतुओं में स्नो लेपर्ड, भरल, बाघ,
तेंदुए और असामान्य झाडि़यां और पेड़ शामिल हैं। यंहा देवदार का पेड़ काफी
मशहूर है| भारत की दो बड़ी नदियां यमुना और गंगा के उद्गम स्थान राज्य में ही हैं।
उत्तराखंड की प्रमुख भौगोलिक विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- पहाड़ी झाड़ीदार भूमि और मैदान
- अल्पाइन की झाडि़यां और चराई
- सामान्य शंकुधारी जंगल
- पश्चिमी हिमालय के सामान्य पतझड़ी जंगल
- पश्चिमी हिमालय के उप अल्पाइन शंकुवृक्ष जंगल
- हिमालय श्रृंखला के सबट्राॅपिकल देवदार जंगल
- तराई-दुआर की तराई और सवाना
- अपर गंगा के मैदानों के नम पतझड़ी जंगल
उत्तराखंड की कुल आबादी
उत्तराखंड राज्य भारत के उत्तरी भाग में
स्थित है। इसका कुल भूभाग 53,483 वर्ग किलोमीटर का है। सन् 2011 की जनगणना के
अनुसार उत्तराखंड की आबादी 1,00,86,292 है। पिछली जनगणना के मुकाबले यह वृद्धि दर
19.17 प्रतिशत की थी। यहां पुरुषों और महिलाओं का अनुपात 1000:963 है। उत्तराखंड
का जनसंख्या घनत्व 189 प्रति वर्ग किलोमीटर है। राज्य की साक्षरता दर 79.63 प्रतिशत
है। राज्य की सीमाएं तिब्बत, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के मैदानी
इलाकों से जुड़ती हैं। राज्य की राजधानी देहरादून देश की राजधानी दिल्ली से 240
किलोमीटर दूर स्थित है।
उत्तराखंड में कितने जिले हैं...?
उत्तराखंड में कुल 13 जिले हैं: पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत,
उत्तर काशी, उधम सिंह नगर, चमोली, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, टिहरी गढ़वाल, रुद्रप्रयाग और हरिद्वार।
अर्थव्यवस्था
राज्य की अर्थव्यवस्था हाल ही में कुछ तेजी
से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। कृषि उत्तराखंड की अर्थव्यस्था का महत्वपूर्ण
आधार है । चावल,
सोयाबीन,
गेंहू,
मूंगफली,
दालें,
मोटे अनाज और तिलहन यहां मुख्य फसलें हैं। सेब, नाशपाति,
संतरा,
आडू,
प्लम और लीची व्यापक तौर पर उगाए जाते हैं और खाद्य उद्योग का महत्वपूर्ण
भाग हैं। राज्य की प्रमुख नगदी फसल गन्ना है। उत्तराखंड पर्यटन का एक बड़ा केंद्र
हैं। पर्यटन भी सालाना आय में योगदान दे रहा है। पर्यटन के क्षेत्र को और बढ़ावा
देना चाहिए और राज्य को इसमें निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है।
समाज और संस्कृति-
उत्तराखंड के समाज को वहां की जीवनशैली, रिवाजों और परंपराओं से समझा जा सकता है। इसका समाज इसके सांस्कृतिक पैटर्न
का विस्तार है। कुमाउं और गढ़वाल के इलाके के विभिन्न जातीय समूहों का यह विषम
मिश्रण है। इस राज्य में रहने वाले ज्यादातर लोग हिंदू और बौद्ध धर्म से हैं। कुछ
लोग सिख धर्म से भी हैं जो सन् 1947 में पश्चिमी पंजाब से पलायन कर उत्तराखंड में
आकर बस गए थे। यह क्षेत्र नृत्य जीवन और मानव अस्तिव से जुड़ा है जो अनगिनत मानवीय
भावनाएं दर्शाता है। संगीत उत्तराखंड की संस्कृति का अभिन्न अंग है। यहां के
लोकप्रिय लोक गीतों में बसंती, मंगल, खुदेद और चैपाटी हैं।
स्थानीय शिल्प में लकड़ी की नक्काशी प्रमुख है। हिंदू धर्म की सबसे महत्वपूर्ण
तीर्थ यात्रा कुंभ मेला हरिद्वार में होता है। इसे विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक
सम्मेलन माना जाता है। राज्य के अन्य महत्वपूर्ण उत्सवों में घी संक्राति, वट सावित्री, खतरुआ, फूल देई, हरेला मेला, नंदा देवी मेला आदि शामिल हैं।
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आपने वाकई में बहुत अच्छी जानकारी सांझा की है इसे भी देखें उत्तराखंड की राजधानी
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